ग्वालियर क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता हाथ लगी है। क्राइम ब्रांच ने हथियारों की खेप ले जा रहे स्कॉर्पियो सवार हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तस्कर से 32 एमएम की पिस्टल सहित 6 पिस्टल, जिंदा राउंड और स्कॉर्पियो बरामद की गई है। पकड़ा गया हथियार तस्कर इनामी बदमाश है और उसके खिलाफ डबरा थाने में एक दर्जन से ज्यादा अपराध दर्ज हैं।
लोकसभा चुनाव के चलते पुलिस अलर्ट है। शुक्रवार को ग्वालियर क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि एक कार सवार हथियार तस्कर हथियारों की खेप लेकर ग्वालियर से डबरा की ओर गुजरने की तैयारी में है। इसी सूचना पर ग्वालियर क्राइम ब्रांच और डबरा थाना पुलिस को वाहनों की चैकिंग करने अरु हाइवे पर तैनात किया गया था। देर रात पुलिस को ग्वालियर की ओर से एक स्कॉर्पियो आती दिखी। जिसको रोककर ने वाहन चालक की तलाशी ली तो उसकी कमर खुर्सी एक 32 एमएम की ऑटोमैटिक पिस्टल और उसकी मैगजीन में 32 एमएम के दो जिंदा राउंड मिले। इसके बाद पुलिस ने जब स्कॉर्पियो की तलाशी ली तो उसमें एक कपड़े के थैले में 5 पिस्टल रखी हुई मिली। पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना सत्येंद्र रावत निवासी स्यावरी हाल निवास डबरा बताया। पुलिस की पूछताछ में सत्येंद्र ने बताया की वह निमाड़ - पंजाब से 25 हजार रुपए की पिस्टल खरीदकर लाता था और ग्वालियर अंचल में 1 से डेढ़ लाख रुपए तक में बेचता था। पुलिस आरोपी सत्येंद्र रावत से 32एमएम की ऑटोमैटिक पिस्टल सहित 6 पिस्टल, 2 जिंदा राउंड बरामद किए हैं। पुलिस ने जब पकड़े गए हथियार तस्कर का रिकॉर्ड खंगाला, तो इनामी बदमाश निकला। उसकी गिरफ्तारी पर ग्वालियर पुलिस ने 5 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया हुआ है। आरोपी एक हत्या के प्रयास के मामले में डबरा थाना क्षेत्र का फरार बदमाश बताया गया है। आरोपी डबरा थाने का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है और उसके नाम डबरा थाने में एक दर्जन से ज्यादा आपराधिक वारदातें दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि पकड़े गए हथियार तस्कर से बरामद 32 एमएम की ऑटोमैटिक पिस्टल उसी ब्रांड का हथियार है, जिससे संभवत सिद्धू मुसेवाला और अतीक अहमद की हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था। हालांकि इस पर पुलिस ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।